
मलेशियाई नागरिक से लूट, ऑटो चालक ने सुनसान इलाके में वारदात को दिया अंजाम
लखनऊ, 8 अक्टूबर। एक मलेशियाई नागरिक, कनगरसाह त्यागरतनम, जो अस्थि विसर्जन के धार्मिक अनुष्ठान के लिए भारत आए थे, लखनऊ में एक गंभीर लूट का शिकार हो गए। यह घटना 3 अक्टूबर को दोपहर के बाद घटी जब त्यागरतनम, जो मलेशिया के रहने वाले हैं, लखनऊ में अपने होटल से स्ट्रीट फूड खाने निकले थे। ऑटो चालक ने उन्हें सुनसान इलाके में ले जाकर उनसे कीमती सामान लूट लिया, जिसमें उनका महंगा मोबाइल, सोने के गहने और नकदी शामिल थे। इस घटना ने विदेशी नागरिकों की सुरक्षा के सवाल खड़े कर दिए हैं, विशेषकर उन शहरों में जो धार्मिक और पर्यटन महत्व रखते हैं।
36 वर्षीय कनगरसाह त्यागरतनम 28 सितंबर 2024 को मलेशिया से भारत आए थे। जयपुर में उतरने के बाद, वह वाराणसी पहुंचे जहाँ उन्होंने अपनी माँ का अस्थि विसर्जन किया, जिनकी छह महीने पहले मलेशिया में मृत्यु हो गई थी। इसके बाद, 3 अक्टूबर को वह इंडिगो की फ्लाइट से लखनऊ पहुंचे और दोपहर करीब 1 बजे हॉलिडे इन होटल में चेक-इन किया। चेक-इन के बाद, दोपहर 3 बजे वह शहर के स्थानीय व्यंजनों का आनंद लेने के लिए निकले।
त्यागरतनम ने ट्रांसपोर्ट नगर मेट्रो स्टेशन से एक ऑटो लिया और शहर के किसी प्रसिद्ध स्ट्रीट फूड स्थान पर पहुंचे। वहां से वापस आने के लिए उन्होंने फिर से एक ऑटो किराए पर लिया, लेकिन इस बार ऑटो चालक ने उन्हें मेट्रो स्टेशन की बजाय किसी सुनसान इलाके की ओर ले जाना शुरू कर दिया। जब त्यागरतनम ने इस बारे में पूछा तो चालक ने कोई जवाब नहीं दिया, और अचानक उसने चाकू निकालकर उन्हें धमकाया। इसके बाद उसने उनके पास मौजूद सारा कीमती सामान लूट लिया।
लूटी गई वस्तुओं में एक महंगा सैमसंग $23 अल्ट्रा और सैमसंग A54 5G स्मार्टफोन, सोने का कंगन, नवरत्न सोने की अंगूठी, लगभग 25,000 रुपये नकद और 1000 मलेशियाई रिंगित शामिल थे। ऑटो चालक उन्हें धमकाकर उस सुनसान इलाके में ही छोड़कर फरार हो गया।
घटना के बाद कनगरसाह त्यागरतनम अत्यधिक तनाव में थे और उन्होंने तुरंत स्थानीय पुलिस स्टेशन से संपर्क किया। वह इस बात से व्यथित थे कि भारत जैसे धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर वाले देश में उनके साथ इस प्रकार की घटना घटित हो सकती है। पुलिस अधिकारियों ने उनकी शिकायत दर्ज कर ली है और लूट के मामले की जांच शुरू कर दी है।
त्यागरतनम ने अपने बयान में कहा, “मैंने कभी नहीं सोचा था कि एक धार्मिक यात्रा पर आने के दौरान मेरे साथ इस तरह की घटना हो सकती है। यह मेरे लिए अत्यंत दुखद और भयानक अनुभव रहा है। मैं भारत सरकार और पुलिस से अनुरोध करता हूँ कि मेरे सामान को जल्द से जल्द वापस दिलाने और अपराधियों को सजा दिलाने की कोशिश करें।”
लखनऊ पुलिस ने कनगरसाह त्यागरतनम की शिकायत के आधार पर अज्ञात ऑटो चालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस के मुताबिक, उन्होंने उस क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी है जहाँ से पीड़ित ने ऑटो लिया था। इसके अलावा, पुलिस ने शहर के अन्य ऑटो चालकों से भी पूछताछ शुरू कर दी है ताकि आरोपी को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके।
पुलिस अधीक्षक ने कहा, “हमने शिकायत मिलने के तुरंत बाद जांच शुरू कर दी है। लखनऊ में बढ़ते अपराधों को देखते हुए हम शहर में सुरक्षा के कड़े कदम उठा रहे हैं, और इस मामले में हम जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं।”
यह घटना सिर्फ एक लूट का मामला नहीं है, बल्कि यह विदेशी नागरिकों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़ा करती है, विशेषकर धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों के लिए प्रसिद्ध शहरों में। वाराणसी, लखनऊ और जयपुर जैसे शहरों में दुनिया भर से पर्यटक आते हैं, और ऐसी घटनाएं इन शहरों की छवि पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं।
कनगरसाह त्यागरतनम जैसे श्रद्धालु, जो धार्मिक अनुष्ठानों के लिए भारत आते हैं, उन्हें इस प्रकार की घटनाओं का सामना करना पड़ता है, तो यह न केवल उनके अनुभव को खराब करता है बल्कि भारत के पर्यटन उद्योग के लिए भी खतरनाक है।
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि भारत में पर्यटकों की सुरक्षा के लिए और भी सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। हाल के वर्षों में, पर्यटकों के खिलाफ अपराधों में वृद्धि देखी गई है, और इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए सरकार और प्रशासन को तत्पर रहना होगा।
पुलिस अधिकारियों ने भी जनता से अपील की है कि अगर कोई व्यक्ति इस घटना के बारे में जानकारी रखता है या संदिग्ध व्यक्ति को देखता है, तो वह तुरंत पुलिस को सूचित करे। साथ ही, प्रशासन ने शहर में ऑटो चालकों के लिए कड़े नियम लागू करने और उनकी पहचान के प्रमाणों की जांच को और भी सख्त करने की बात कही है ताकि इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।
यह घटना उन चुनौतियों की ओर इशारा करती है जिनका सामना विदेशी पर्यटकों और नागरिकों को भारत में करना पड़ सकता है। लखनऊ पुलिस की त्वरित कार्रवाई और जांच से उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही अपराधियों को पकड़ लिया जाएगा और कनगरसाह त्यागरतनम का लूटा हुआ सामान वापस मिल सकेगा। इस घटना ने भारत के पर्यटन उद्योग को एक महत्वपूर्ण संदेश दिया है कि विदेशी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए और भी ठोस कदम उठाए जाने चाहिए।