
कैंटोनमेंट इलाके में मेजर के घर चोरी, सुरक्षा पर उठे सवाल
लखनऊ (कैंटोनमेंट) 8 अक्टूबर। भारतीय सेना की मेजर मार्गरट देवसी, जो लखनऊ के कैंटोनमेंट इलाके में 31/1 कस्तूबां मार्ग पर रहती हैं, के घर में हाल ही में एक बड़ी चोरी की घटना सामने आई है। चोरी की यह घटना 14 सितंबर 2024 से 29 सितंबर 2024 के बीच की है, जब मेजर मार्गरट एक आधिकारिक यात्रा के सिलसिले में केरल गई हुई थीं। उनके घर से कई कीमती वस्तुएं चोरी हो गईं, जिनमें लैपटॉप, इंडक्शन कुकर, दो गैस सिलेंडर, टेलीविजन, उनकी मां का मोबाइल फोन, प्रेशर कुकर, नॉन-स्टिक पैन, मिक्सर ग्राइंडर, चांदी का कड़ा और एक नल का सेट शामिल हैं।
चोरी की इस घटना से मेजर मार्गरट और उनका परिवार गहरे सदमे में है। इस प्रकार की वारदात ने न केवल उनके व्यक्तिगत जीवन को प्रभावित किया है, बल्कि पूरे कैंटोनमेंट इलाके में सुरक्षा व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
मेजर मार्गरट देवसी 14 सितंबर 2024 को आधिकारिक कार्य के सिलसिले में केरल रवाना हुई थीं। अपनी इस यात्रा के दौरान, वह करीब 15 दिन तक घर से दूर रहीं। जब वह 29 सितंबर को वापस लौटीं, तो उन्होंने पाया कि उनका घर पूरी तरह से अस्त-व्यस्त था। घर का मुख्य दरवाजा टूटा हुआ था और अंदर घुसने पर उन्हें महसूस हुआ कि घर से कई कीमती चीजें गायब हैं।
पहले तो उन्हें समझ नहीं आया कि क्या हुआ है, लेकिन जब उन्होंने अपने सामान की जांच की, तो पता चला कि उनके घर से लैपटॉप, इंडक्शन कुकर, दो गैस सिलेंडर, टेलीविजन, उनकी मां का मोबाइल फोन, प्रेशर कुकर, नॉन-स्टिक पैन, मिक्सर ग्राइंडर, चांदी का कड़ा और एक नल का सेट चोरी हो गए हैं। यह स्थिति देखकर मेजर मार्गरट बेहद हैरान और चिंतित हो गईं। उन्होंने तुरंत पुलिस को फोन करके चोरी की शिकायत दर्ज करवाई।
मेजर मार्गरट की शिकायत मिलते ही पुलिस तुरंत सक्रिय हो गई। स्थानीय पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया। घर के दरवाजे और खिड़कियों की जांच की गई, और पुलिस ने घर से कुछ फिंगरप्रिंट्स और अन्य संभावित सबूतों को इकट्ठा किया। पुलिस ने इलाके के आस-पास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी मंगवाई है ताकि किसी संदिग्ध व्यक्ति की पहचान हो सके।
हालांकि अभी तक कोई बड़ी सफलता हाथ नहीं लगी है, पुलिस का कहना है कि मामले की जांच गंभीरता से की जा रही है। स्थानीय थाने के अधिकारी ने कहा, “हम जल्द ही इस मामले को सुलझाने की उम्मीद कर रहे हैं। चोरी के पीछे कौन है, इसका पता लगाने के लिए हम कई पहलुओं पर काम कर रहे हैं, और हमें उम्मीद है कि जल्द ही चोरों को पकड़ लिया जाएगा।”
मेजर मार्गरट ने इस घटना के बाद अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने कहा, “इस चोरी ने मेरी सुरक्षा को लेकर मुझे बेहद परेशान कर दिया है। मैं एक आर्मी अधिकारी हूं, और कैंटोनमेंट जैसी सुरक्षित जगह में रहते हुए भी अगर मेरे घर में इतनी बड़ी चोरी हो सकती है, तो यह एक गंभीर समस्या है। मुझे अब अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए और भी सतर्क रहना पड़ेगा।”
मेजर मार्गरट का यह बयान दिखाता है कि घटना ने उनकी मानसिक शांति को बुरी तरह से प्रभावित किया है। वह अपनी पेशेवर जिम्मेदारियों के कारण अक्सर घर से बाहर रहती हैं, और अब उन्हें अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर भी चिंता होने लगी है। उन्होंने कहा कि वह अब अपने घर की सुरक्षा को लेकर नए उपाय अपनाने की सोच रही हैं, जिनमें सीसीटीवी कैमरे लगाना और अन्य सुरक्षा उपकरण शामिल हैं।
कैंटोनमेंट इलाका आमतौर पर एक सुरक्षित और शांत क्षेत्र माना जाता है, क्योंकि यह भारतीय सेना के नियंत्रण में आता है और यहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम होते हैं। लेकिन इस चोरी की घटना ने इस इलाके की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय निवासी भी अब इस घटना के बाद चिंतित हो गए हैं और इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को और भी मजबूत करने की मांग कर रहे हैं।
कैंटोनमेंट क्षेत्र में रहने वाले अन्य लोगों ने भी इस चोरी की घटना को गंभीरता से लिया है। एक निवासी ने कहा, “यहां आमतौर पर चोरी जैसी घटनाएं नहीं होतीं, लेकिन अब हमें अपनी सुरक्षा को लेकर अधिक सतर्क रहना होगा। यह घटना दिखाती है कि सुरक्षा व्यवस्था में कुछ खामियां हैं, जिन्हें जल्द से जल्द ठीक करना चाहिए।”
लखनऊ में हाल के दिनों में चोरी की घटनाओं में वृद्धि देखी जा रही है। हालांकि कैंटोनमेंट इलाका अपेक्षाकृत सुरक्षित माना जाता है, लेकिन अब यहां भी ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं। यह स्थिति चिंता का विषय है, क्योंकि इससे स्थानीय निवासियों में असुरक्षा की भावना पैदा हो रही है। पुलिस प्रशासन से उम्मीद की जा रही है कि वह इस मामले में त्वरित कार्रवाई करे और इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाए।
पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार, यह संभावना जताई जा रही है कि चोरी की यह घटना एक योजनाबद्ध तरीके से की गई थी। चोरों को शायद इस बात की जानकारी थी कि मेजर मार्गरट घर पर नहीं हैं, और उन्होंने इसका फायदा उठाया। हालांकि अभी तक किसी संदिग्ध की पहचान नहीं हो पाई है, लेकिन पुलिस का मानना है कि चोरी में स्थानीय या पेशेवर गिरोह का हाथ हो सकता है।
लखनऊ में चोरी की घटनाओं में वृद्धि ने पूरे शहर को सतर्क कर दिया है। पुलिस अब लोगों को अपने घरों की सुरक्षा को लेकर और भी जागरूक कर रही है। पुलिस ने सुझाव दिया है कि लोग अपने घरों में सीसीटीवी कैमरे लगाएं, मजबूत ताले लगवाएं, और जब वे घर से बाहर जाएं तो अपने पड़ोसियों को सूचित करें। इसके अलावा, पुलिस ने लोगों से यह भी कहा है कि अगर उन्हें किसी संदिग्ध व्यक्ति की गतिविधि दिखे तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
लखनऊ के स्थानीय पुलिस प्रशासन ने इस चोरी की घटना को गंभीरता से लिया है। पुलिस विभाग ने कहा है कि वह कैंटोनमेंट क्षेत्र में गश्त को और बढ़ाएंगे ताकि ऐसी घटनाएं फिर से न हों। इसके अलावा, उन्होंने स्थानीय निवासियों से भी अपील की है कि वे अपनी सुरक्षा के प्रति जागरूक रहें और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखें।
लखनऊ पुलिस ने यह भी कहा है कि वह इस चोरी की घटना की जांच को प्राथमिकता दे रही है, और जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा। पुलिस ने जनता को आश्वासन दिया है कि शहर में सुरक्षा को और भी मजबूत किया जाएगा और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।