
गोंडा 3 अक्टूबर। गोंडा जिले में मंगलवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें पीएसी गेट नंबर 1 के सामने एक रोडवेज बस ने बाइक सवार व्यक्ति को कुचल दिया। यह दुर्घटना तब हुई जब मृतक गोरख प्रसाद, जो गोरखपुर निवासी और 30वीं पीएसी में हेड कांस्टेबल थे, सड़क पार कर रहे थे। घटना में गोरख प्रसाद की मौके पर ही मौत हो गई, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई।
गोरख प्रसाद अपनी बाइक पर सवार होकर पीएसी गेट नंबर 1 के सामने से गुजर रहे थे, तभी एक तेज़ रफ्तार रोडवेज बस ने उन्हें टक्कर मार दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस की गति तेज़ थी और ड्राइवर ने अचानक से नियंत्रण खो दिया, जिससे यह हादसा हुआ। टक्कर इतनी जोरदार थी कि गोरख प्रसाद की मौके पर ही मौत हो गई। दुर्घटना के बाद, बस चालक घबराकर बस को वहीं छोड़कर फरार हो गया। मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद नगर पुलिस मौके पर पहुंची और बस को अपने कब्जे में लिया। पुलिस द्वारा रोडवेज बस के चालक की तलाश की जा रही है, लेकिन अब तक उसे पकड़ने में सफलता नहीं मिली है।
मृतक गोरख प्रसाद गोरखपुर के रहने वाले थे और 30वीं पीएसी बटालियन में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात थे। उनकी अचानक हुई मौत ने परिवार और उनके सहयोगियों को गहरे सदमे में डाल दिया है। गोरख प्रसाद का पारिवारिक जीवन शांतिपूर्ण था, और वे अपनी नौकरी के प्रति समर्पित थे। उनके सहकर्मियों ने उनके प्रति सम्मान और संवेदनाएँ व्यक्त की हैं।
घटना की जानकारी मिलते ही नगर पुलिस मौके पर पहुंची और बस को जब्त कर लिया। पुलिस ने कहा है कि दुर्घटना की जांच शुरू कर दी गई है और बस चालक को पकड़ने के लिए टीमों को तैनात किया गया है। पुलिस ने यह भी कहा कि दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि बस चालक की लापरवाही इस हादसे का मुख्य कारण हो सकती है। इस घटना ने गोंडा-लखनऊ हाईवे पर यातायात को काफी प्रभावित किया, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर यातायात को बहाल करने के लिए आवश्यक कदम उठाए और स्थिति को नियंत्रण में किया।
यह हादसा एक बार फिर से सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों के पालन की महत्ता को उजागर करता है। तेज़ रफ्तार और लापरवाह ड्राइविंग के कारण सड़कों पर होने वाली दुर्घटनाओं में निरंतर वृद्धि हो रही है। यह मामला इस ओर इशारा करता है कि सड़क पार करते समय न केवल पैदल यात्रियों, बल्कि वाहन चालकों को भी अधिक सतर्क रहना चाहिए।
गोंडा जिले में यह कोई पहली दुर्घटना नहीं है। इस प्रकार की घटनाओं से सड़क पर सुरक्षा उपायों और यातायात नियमों के सख्त पालन की मांग बढ़ जाती है। प्रशासन को भी इस दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में इस तरह के हादसों को रोका जा सके।
गोरख प्रसाद के निधन की खबर से उनके परिवार में शोक का माहौल है। उनके परिवार के सदस्यों ने प्रशासन से न्याय की मांग की है और दोषी चालक को जल्द से जल्द पकड़ने की अपील की है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि दोषी को पकड़कर कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। गोंडा में हुआ यह हादसा एक गंभीर घटना है, जिसने न केवल एक परिवार को शोक में डूबा दिया, बल्कि समाज में सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों के पालन की आवश्यकता पर भी ध्यान आकर्षित किया है। उम्मीद है कि पुलिस जल्द ही दोषी को पकड़कर उचित कार्रवाई करेगी, ताकि इस प्रकार की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके।