
लखनऊ 23 अगस्त। आदमी अपनी जमा पूंजी को बचा बचा कर अपने सपने के घर को पूरा करने के लिए राजधानी में अपना आशियाना बनाने की सोच लेकर लोग लखनऊ आते हैं जमीन का मुआयना करते हैं प्रॉपर्टी डीलरों से बात होती है बड़े-बड़े सब्जबाग दिखाये जाते हैं और अंत में पता चलता है कि जिस जगह घर बना हुआ है वह तो नियमों के विरुद्ध है उनका जो घर है फर्जी कागजों की जमीन पर बना हुआ उनका जो घर है प्रॉपर्टी डीलर और जिम्मेदार अधिकारियों की मिली भगत से बना हुआ है जिस पर कभी भी सरकार का बुलडोजर चल सकता है एक शिकायत जो एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा भेजे गए पत्र के माध्यम से हमसे की गई हमने जब उसकी पड़ताल की तो जो सच सामने निकल कर आया वह बड़ा ही भयावह है।
नगर निगम क्षेत्र में बिना नक्शा पास कराये और बिना अप्रूवल के बेंच रहे प्लाट और रॉ हाऊस
यह शिकायत मिली थी हमें तिरुपति होम्स ग्राम अनौराकला की जिसमें हमें शिकायत मिली थी कि इन्होंने कहीं से भी कोई भी अप्रूवल नहीं लिया है और बिना किसी अप्रूवल के एक समिति बनाई है जिसमें र हाउस बनाए गए हैं जो 50 लाख से 60 लाख रुपए के बीच बेचे जा रहे हैं हमने इसकी पड़ताल की तो पता चला कि ग्राम अनौराकला में बनी हुई ये सोसाइटी जो लखनऊ नगर निगम के अंतर्गत आता है और उसी की क्षेत्राधिकार में है लेकिन इस प्रोजेक्ट के लिए प्रॉपर्टी डीलर ने किसी भी विभाग से कोई भी अनुमति नहीं ली है प्रॉपर्टी डीलर ने बताया कि एक पार्ट का क्षेत्रफल 100 स्क्वायर मीटर से कम होने के कारण किसी विभाग से अनुमति होने की जरूरत नहीं है और बाकी सब कुछ हम मैनेज करके चलते हैं कहीं कोई दिक्कत आने वाली नहीं है।
अधिकारी और प्रॉपर्टी डीलर मिलकर कर रहे हैं लूट
जहां एक तरफ सरकार लखनऊ सहित प्रदेश के अलग-अलग जनपदों में अलग-अलग स्थान पर अवैध तरीके से बन रही कॉलोनी और सोसाइटियों पर नकेल कस रही है तो दूसरी तरफ राजधानी और राजधानी के सटे हुए इलाकों में ही बड़े पैमाने पर अवैध तरीके से नियमों और कानून को धत्ता बताते हुए ऐसे प्रॉपर्टी डीलर ऐसी अवैध कॉलोनी को डेवलप कर और लोगों को बेच रहे हैं बाद में जब अधिकारी बदलेंगे सरकार बदलेगी और ऐसे कॉलोनी की जांच होगी तो पता चलेगा कि एक-एक पैसा इकट्ठा कर अपना आशियाना बनाने की चाहत रखने वालों पर बुलडोजर चल गया आखिर सरकार इनके सरपरस्तों पर कार्यवाही कब करेगी?