
लखनऊ। कैंसर मरीजों में रोगों से लड़ने की ताकत कम रहती है। संक्रमण की आशंका कैंसर मरीजों में सामान्य लोगों से दोगुनी रहती है। ऐसे में मरीजों के इलाज में खास सावधानी बरतने की जरूरत है। यह जानकारी संस्थान की माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. मनीषा गुप्ता ने दी।
चक गंजरिया स्थित कल्याण सिंह कैंसर संस्थान में शनिवार को संक्रमण की रोकथाम पर कार्यशाला हुई। डॉ. मनीषा गुप्ता ने कहा कि कैंसर मरीजों के इलाज में कीमोथेरेपी व रेडियोथेरेपी की जरूरत पड़ती है। ऑपरेशन भी करना पड़ता है। कीमोथेरेपी व रेडियोथेरेपी से मरीज में इम्युनिटी कम हो जाती है। ऐसे में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। यदि मरीज का ऑपरेशन होता है तो भी संक्रमण हो जाता है। ऑपरेशन के घाव भरने की आशंका बढ़ जाती है। एंटीबायोटिक अधिक दिनों तक देने की जरुरत पड़ती है। उन्होंने कहाकि संक्रमण की वजह से मरीज सेप्टिक सीमिया हो सकता है।
अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. देवाशीष शुक्ला ने कहा कि हॉस्पिटल एक्वायरड इनफेक्शन को रोकने के लिए भरसक प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए लगातार मरीज व उनके तीमारदारों को जागरुक किया जा रहा है। डॉक्टर व कर्मचारियों को भी साफ-सफाई के बारे में बताया जा रहा है। ऑपरेशन थिएटर से लेकर वार्ड तक की साफ-सफाई की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों को ठीक से विसंक्रमित किया जाना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि संक्रमित मरीज के इलाज में ग्लब्स, पीपीई किट आदि का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। इन उपाए का अपनाकर 80 प्रतिशत तक संक्रमण से मरीजों को बचाया जा सकता है। इस मौके पर सर्जिकल आंकोलॉजी के डॉ. गौरव सिंह, डॉ. प्रमोद कुमार, गाइनी आंकोलॉजी डॉ. प्रियंका सिंह समेत अन्य डॉक्टर मौजूद रहे हैं।🙏