कानपुर, मुख्य संवाददाता। प्रदेश में अपराध और अपराधियों पर तकनीक के जरिए नकेल कसी जाएगी। इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) को ऑर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के साथ लिंक कर इसकी शुरुआत हो गई है। अब किसी चौराहे पर बहू बेटियों को छेड़ने वाले और दूसरे किसी चौराहे पर लूटपाट कर भागने वाले अपराधी बच नहीं पाएंगे। ऐसे अपराधियों की तस्वीरें कैमरे में कैद होने के साथ ही तत्काल पुलिस के पास पहुंच जाएंगी। तीसरे चौराहे तक पहुंचते-पहुंचते अपराधियों को पुलिस ढेर कर देगी।
वीएसएसडी कॉलेज मैदान में शुक्रवार को आयोजित प्रबुद्धजन सम्मेलन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह ऐलान किया। इसके साथ ही उन्होंने 388 करोड़ रुपये की 272 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया। मुख्यमंत्री ने कानपुर स्मार्ट सिटी कॉफी टेबल बुक का विमोचन भी किया।
658 कैमरे करेंगे निगरानी सीएम ने कहा कि कानपुर के 148 चौराहों पर लगे 658 कैमरे दिखावटी नहीं हैं। स्मार्ट सिटी ने इन कैमरों में ऑर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का विस्तार करते हुए एनालिटिक सेंसर लगा दिया है। दुर्घटना कर भागने वालों को भी आईसीसीसी कैद करेगा और आरोपित को वाहन समेत धरा जाएगा। दरअसल ये सेंसर एक्सीडेंट ऑटो रिकॉर्डर हैं, जो हर घटना के बाद सतर्क हो जाते हैं और फौरन वीडियो और फोटो खींचकर सिटी कमांड कंट्रोल को अलर्ट भेज देते हैं। वीडियो स्क्रीन पर आ जाती है। वहां मौजूद पुलिसकर्मी फौरन संबंधित थाने को सूचित कर देंगे।

