
राज्य संवाददाता। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 5जी नेटवर्क और क्रेडिट कार्ड एक्टिवेट करने के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस संबंध में पुलिस ने तीन जालसाजों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में मोहम्मद जाहिद, पवन सिंह और रवि मितल शामिल हैं।
एक आरोपी सिविल इंजीनियरिंग ड्रॉपआउट है। पुलिस ने इनके पास से लैपटॉप, स्वाइप मशीन, आईफोन, सिमकार्ड, विभिन्न बैंक के डेबिट कार्ड बरामद किए हैं और जालसाजी की रकम के लिए इस्तेमाल होने वाले फर्जी अकाउंट को फ्रीज भी किया है।
कैसे हुआ खुलासा क्राइम ब्रांच के स्पेशल सीपी रवीन्द्र यादव ने बताया मर्डर केस में एक आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस टीम ने सेक्टर-11 में एक अपार्टमेंट से मोहम्मद जाहिद को गिरफ्तार किया। इसके कब्जे से एक लैपटॉप, मोबाइल, कार्ड स्वाइप मशीन, डेबिट कार्ड बरामद किए। पूछताछ में उसने खुलासा किया कि वह लोगों को ठगने वाले गिरोह का हिस्सा है। ये 5जी सर्विस और क्रेडिट कार्ड को एक्टिवेट करने के बहाने ठगी करते हैं। इसके बाद पुलिस ने सात अक्तूबर को फर्जीवाड़े की धाराओं के तहत भी मुकदमा दर्ज कर जांच आरंभ की।
आरोपी मोहम्मद जाहिद नजफगढ़ के ढिचांउ एन्क्लेव का निवासी है। उसने पवन सिंह और उसके दोस्तों के साथ मिलकर ठगी का धंधा शुरू किया। आरोपी पवन सिंह उतम नगर का रहने वाला है। हरि नगर से स्कूल की पढाई करने के बाद उसने मेरठ कॉलेज में सिविल इंजीनियरिंग में दाखिला लिया। पढाई में मन नहीं लगने से उसने छह महीने बाद ही पढ़ाई छोड़ दी थी।