
लखनऊ, अयोध्या और शिकागो फ्लाइट्स को निशाना बनाया
लखनऊ 15 अक्टूबर। मंगलवार को हवाई यात्रियों में एक गहरे संकट और भय का माहौल फैल गया जब एक सोशल मीडिया अकाउंट ने 22 बम धमकियां जारी कर दीं। ये धमकियां विशेष रूप से लखनऊ, अयोध्या और शिकागो की उड़ानों को लेकर दी गईं। सोशल मीडिया पर सक्रिय हैंडल “@schizobomber777” ने पांच घंटे के भीतर विभिन्न घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को निशाना बनाते हुए यह धमकियां दीं, जिससे हवाई यात्राओं को लेकर देशभर में हलचल मच गई।
धमकियों का प्रारंभ
यह मामला तब प्रकाश में आया जब मंगलवार दोपहर 12:38 बजे, इस हैंडल से पहली धमकी जारी की गई। धमकी में कहा गया कि अमृतसर से देहरादून जा रही उड़ान संख्या 91650 में बम रखा गया है। इसके बाद, दोपहर 4 बजे तक, इसी हैंडल से लगातार 22 उड़ानों को बम से उड़ाने की धमकियां दी गईं। इस सूची में भारत के प्रमुख शहरों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी शामिल थीं, जिनमें मदुरै से सिंगापुर, दम्मम से लखनऊ, जयपुर से अयोध्या होते हुए बेंगलुरु, दरभंगा से मुंबई, और शिकागो के लिए जाने वाली फ्लाइट्स प्रमुख थीं।
धमकियों के बाद सबसे पहले सुरक्षा एजेंसियों ने हरकत में आते हुए विभिन्न हवाई अड्डों पर उड़ानों की जांच शुरू की। हवाई अड्डों पर सघन तलाशी अभियान चलाया गया, जिससे यात्रियों और स्टाफ के बीच भारी चिंता की स्थिति पैदा हो गई।
अयोध्या की उड़ान IX 765 पर आपात स्थिति
धमकियों की इस श्रृंखला में अयोध्या जाने वाली फ्लाइट IX 765 को विशेष रूप से निशाना बनाया गया। जयपुर से उड़ान भरने वाली यह एयर इंडिया की उड़ान जब अयोध्या हवाई अड्डे पर पहुंची, तब तक वहां सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड में थीं। विमान में 139 यात्री सवार थे। जैसे ही फ्लाइट अयोध्या हवाई अड्डे पर लैंड हुई, बम निरोधक दस्ता और खोजी कुत्तों के साथ सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (CISF) और अयोध्या पुलिस ने विमान की जांच शुरू की।
विमान को एहतियातन हवाई अड्डे के टरमैक पर एक अलग स्थान पर ले जाया गया, जहां यात्रियों को सुरक्षित तरीके से उतारा गया। दोपहर 2 बजे से व्यापक तलाशी अभियान शुरू हुआ, जिसमें विमान और उसमें रखे सामान की गहन जांच की गई। अयोध्या हवाई अड्डे के निदेशक विनोद कुमार ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया, “यात्रियों को सुरक्षित तरीके से विमान से बाहर निकाल लिया गया था और बम निरोधक दस्ते ने पूरी तरह से जांच की।”
हालांकि तलाशी के बाद किसी भी प्रकार के विस्फोटक या संदिग्ध वस्तु का पता नहीं चला, लेकिन इस घटना ने सुरक्षा एजेंसियों को पूरी तरह से चौकस कर दिया। यात्रियों को जांच पूरी होने के बाद दूसरी उड़ान से गंतव्य के लिए रवाना किया गया।
अन्य फ्लाइट्स को लेकर हाई अलर्ट
इसके अलावा, धमकी में मदुरै-सिंगापुर फ्लाइट IX 884, दम्मम से लखनऊ आने वाली फ्लाइट IG098, और इलक्वालुइट से शिकागो जाने वाली फ्लाइट AI 127 भी शामिल थीं। हर फ्लाइट के लिए स्थानीय सुरक्षा एजेंसियों ने तत्परता से जांच की, जिससे यात्रियों और स्टाफ के बीच असहजता का माहौल बन गया।
यूपी पुलिस साइबर सेल की कार्रवाई
यूपी पुलिस साइबर सेल ने धमकियों की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई शुरू की और इस मामले की जांच के लिए एक्स (पूर्व में ट्विटर) से संपर्क किया। साइबर सेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से मदद मांगी है ताकि “@schizobomber777” नामक हैंडल को ऑपरेट करने वाले व्यक्ति की पहचान की जा सके। प्लेटफॉर्म से जानकारी मिलने के बाद, यह उम्मीद की जा रही है कि धमकियों का स्रोत जल्द ही पकड़ा जाएगा।
साइबर सेल के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा, “हम धमकी देने वाले शख्स का पता लगाने के लिए हर संभव तकनीकी सहायता का उपयोग कर रहे हैं। एक्स के साथ हमारा संपर्क बना हुआ है और हमें विश्वास है कि इस फर्जीवाड़े के पीछे के असली अपराधी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।”
पिछले मामले से जुड़ी घटना
गौरतलब है कि यह घटना सोमवार को हुई एक अन्य बम धमकी के बाद सामने आई है। उस समय मुंबई से न्यूयॉर्क जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AL 119 को सुरक्षा संबंधी चिंता के कारण बीच हवा में ही दिल्ली की ओर मोड़ दिया गया था। उस मामले में भी यात्रियों में हड़कंप मच गया था और उड़ान को सुरक्षित लैंड कराया गया था। जांच के बाद वह धमकी भी फर्जी निकली थी।
लगातार दो दिनों तक बम धमकियों के मामले सामने आने से सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया है। अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या यह किसी बड़े साजिश का हिस्सा है या फिर केवल सोशल मीडिया पर आतंक फैलाने का प्रयास है।
हवाई यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल
लगातार हो रही इन बम धमकियों से हवाई यात्रियों के बीच चिंता बढ़ गई है। यात्रियों का कहना है कि एयरपोर्ट पर सुरक्षा के इतने कड़े इंतजाम होने के बावजूद इस तरह की धमकियां दी जा रही हैं, जो कि एक गंभीर मुद्दा है। वहीं, एयरपोर्ट अथॉरिटी और सुरक्षा एजेंसियां लगातार यात्रियों की सुरक्षा के लिए उपाय कर रही हैं, लेकिन इस प्रकार की घटनाएं न केवल हवाई यात्रियों की सुरक्षा को प्रभावित कर रही हैं, बल्कि हवाई अड्डों पर भी अस्थिरता का माहौल बना रही हैं।
एयरलाइंस की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद प्रभावित एयरलाइंस ने अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं। एयर इंडिया और अन्य संबंधित एयरलाइंस ने यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए सभी फ्लाइट्स की सुरक्षा सुनिश्चित की। एयरलाइंस ने यह भी स्पष्ट किया कि यात्रियों के बीच घबराहट फैलाने वाली ऐसी किसी भी धमकी को हल्के में नहीं लिया जाएगा और इसके खिलाफ कड़े कदम उठाए जाएंगे।
एयर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा, “हमारे यात्रियों की सुरक्षा हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। हमारी सभी फ्लाइट्स में सुरक्षा मानकों का पूरी तरह पालन किया जाता है और हमने इस मामले में संबंधित एजेंसियों के साथ समन्वय कर कार्रवाई की है।”
एक्स हैंडल और सोशल मीडिया का दुरुपयोग
इस घटना ने एक बार फिर से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के दुरुपयोग पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पिछले कुछ वर्षों में, ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहां सोशल मीडिया का उपयोग आतंक फैलाने, झूठी खबरें फैलाने, या फिर भय का माहौल बनाने के लिए किया गया है। “@schizobomber777” हैंडल की बायो में खुद को ‘असली आतंकवादी’ बताने वाले इस व्यक्ति ने इस बार हवाई यात्राओं को निशाना बनाया है, जो कि बेहद खतरनाक कदम है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) की भूमिका भी अब जांच के घेरे में आ गई है। यह प्लेटफॉर्म कई बार इस तरह की घटनाओं के लिए आलोचना का शिकार हो चुका है, और अब यह देखना होगा कि इस बार एक्स की प्रतिक्रिया कैसी होती है। क्या वे इस हैंडल को बंद करेंगे या फिर इसके पीछे के व्यक्ति को पकड़ने में मदद करेंगे?
सुरक्षा एजेंसियों की चुनौती
भारत की सुरक्षा एजेंसियों के सामने अब यह चुनौती है कि वे ऐसी घटनाओं को दोबारा होने से कैसे रोकें। लगातार हो रही इन बम धमकियों से देश के हवाई अड्डों की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं। हवाई अड्डों पर पहले से ही कड़ी सुरक्षा होने के बावजूद इस प्रकार की धमकियां देना और यात्रियों में भय का माहौल बनाना एक गंभीर चुनौती है।
प्रभात भारत विशेष
मंगलवार को एक एक्स हैंडल द्वारा दी गई 22 बम धमकियों ने देश के हवाई यात्रियों और सुरक्षा एजेंसियों के सामने एक गंभीर संकट खड़ा कर दिया है। हालांकि सभी धमकियां फर्जी साबित हुईं, लेकिन इस घटना ने हवाई अड्डों की सुरक्षा और सोशल मीडिया के दुरुपयोग पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब यह देखना होगा कि सुरक्षा एजेंसियां इस मामले को किस तरह से सुलझाती हैं और धमकी देने वाले व्यक्ति को पकड़ने में कितना समय लगता है।